Climate of jharkhand | झारखण्ड की जलवायु

झारखण्ड की जलवायु(Climate of jharkhand ) को आपको जानने से पहले आपको ये जानना जरुरी है, कि झारखण्ड की जलवायु में परिवर्तन का मुख्य कारण क्या है?  तो चलिए दोस्तों हमलोग इस लेख में जानेंगे झारखण्ड की जलवायु में परिवर्तन का क्या कारण है।झारखण्ड की जलवायु में परिवर्तन का मुख्य कारण भारत  के बीचों-बीच से गुजरने वाली कर्क रेखा है, जो हमारे झारखण्ड से भी होकर गुजरती है। यह कर्क रेखा झारखण्ड से गुजरती हुए बंगाल की ओर जाती है, अर्थात यह कर्क रेखा झारखण्ड के भी बीचों- बीच से होकर  गुजरती है  जिसके कारण यहाँ की जलवायु उष्णकटिबंधीय(Tropical) है।

झारखण्ड की जलवायु उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में स्थित है। जिसके आधार पर इसे गर्म जलवायु का क्षेत्र कहा जाना चाहिए । किन्तु ऊंचे पठारी भाग होने के कारण यहाँ की जलवायु की स्तिथि आप-पास से भिन्न है। झारखण्ड ऊंची पठारी क्षेत्र में स्थित है जिसके कारण मॉनसूनी जलवायु के अंतगर्त आने वाले प्रत्येक मौसम के उतर-चढ़ाव को झेलता है। इसलिए  झारखण्ड की जलवायु को ‘उष्ण मॉनसूनी’ मानी जाती है। यहाँ की जलवायु में पर्याप्त आर्द्रता पायी जाती है, जिसके कारण उष्णकटिबंधीय जलवायु से कुछ भिन्न प्रकार की जलवायु बन जाती है। यहाँ तीन प्रकार की ऋतुएँ , ग्रीष्म , वर्षा , एवं शीत ऋतु पाई जाती है।

Climate of jharkhand | झारखंड की जलवायु

झारखण्ड की ऋतुएँ। 

  • ग्रीष्म ऋतु
  • वर्षा ऋतु
  • शीत ऋतु

ग्रीष्म ऋतु काल ( 15 मार्च से 15 जून )

  • झारखण्ड का मासिक औसत तापमान –  29°C से 45°C के बीच
  • झारखण्ड में सर्वाधिक गर्मी वाला महीना – मई 
  • सबसे अधिक गर्मी वाला जिला – जमशेदपुर 
  • सबसे कम गर्मी वाला जिला – हजारीबाग 
  • औसत तापमान – 25°C

झारखण्ड के विभिन्न स्थानों का औसत तापमान

स्थान  ग्रीष्मकालीन तापमान 
राँची 41.0° (°C)
हजारीबाग 31.1° (°C)
धनबाद 44.6° (°C)
जमशेदपुर 45.0° (°C)
डाल्टेनगंज 44.5° (°C)

वर्षा ऋतू काल  ( 15 जून से 15 अक्टूबर )

  • मानसून का आगमन – 10 जून 
  • झारखण्ड में वर्षा मुख्यता : –  दक्षिणी पश्चिमी मानसून पवनों के द्वारा होती है।
  • शीतकालीन वर्षा का कारक – भूमध्य सागर की स्रोत से आने वाली चक्रवात 
  • झारखण्ड राज्य में वर्षा का मुख्य स्रोत – बंगाल की खाड़ी की शाखा 
  • सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र – नेतरहाट का पठारी क्षेत्र (180 cm से अधिक )
  • न्यूमतम वर्षा वाला क्षेत्र – चाईबासा का मैदानी भाग 
  • औसत वार्षिक वर्षा – 140 cm
  • झारखण्ड में सर्वाधिक वर्षा वाला जिला – हजारीबाग 
  • झारखण्ड राज्य में वार्षिक वर्षा का अंतराल – 100 से 200 सेंटीमीटर के बीच 
  • मानसून के लौटने का समय – मध्य अक्टूबर

शीत ऋतु( नवंबर  से फ़रवरी तक )

  • झारखण्ड राज्य का सबसे अधिक ठंडा वाला महीना – जनवरी 
  • राज्य का सर्वाधिक ठंडा स्थान – नेतरहाट 
  • न्यूनतम तापमान – 7°C

झारखण्ड में जलवायु प्रदेश

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के अनुसार झारखण्ड राज्य को तीन जलवायु प्रदेश में वर्गीकृत किया गया है?

  1. दक्षिण पूर्वी पठार जलवायु प्रदेश 
  2. पश्चमी पठार जलवायु प्रदेश 
  3. मध्य उत्तर- पूर्वी पठार जलवायु प्रदेश
जलवायु प्रदेश  सम्बंधित जिले  कुल जिलें
1. दक्षिण पूर्वी पठार पूर्वी सिंहभूम , पश्चमी सिंहभूम , सराईकेला – खरसावाँ जिलें – 03
2. पश्चमी पठार गढ़वा , पलामू , लोहरदगा , लातेहार , खूंटी , गुमला , सिमडेगा जिलें – 07
 3. मध्य उत्तर- पूर्वी पठार रांची , रामगढ़ , धनबाद , बोकारो , हजारीबाग, चतरा , कोडरमा , देवघर , दुमका , पाकुड़ , साहेबगंज , गोड्डा , जामतारा , गिरिडीह जिलें – 14

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Climate of jharkhand | झारखंड की जलवायु

मौसम वैज्ञानिकों ने छोटानागपुर की जलवायु को 7 भागों में विभाजित किया है, जो कुछ इस प्रकार से है –

  1. उत्तरी व उत्तरी- पश्चिमी जलवायु क्षेत्र
  2. मध्यवर्ती जलवायु क्षेत्र
  3. पूर्वी संथाल परगना
  4. पूर्वी सिंहभूम
  5. दक्षिणी-पश्चिमी जलवायु क्षेत्र
  6. रांची और हजारीबाग पठार का जलवायु क्षेत्र
  7. पाट जलवायु क्षेत्र 

(1) उत्तरी व उत्तरी- पश्चिमी जलवायु क्षेत्र 

यह जलवायु महाद्वीपीय प्रकार की है, इसके क्षेत्र में चतरा, गढ़वा, पलामू और हजारीबाग जिलें सहित गिरिडीह जिलें के मध्यवर्ती भाग में है। इस क्षेत्रों में ये देखने को मिलता है। ग्रीष्म काल में अधिक गर्मी पड़ने पर इस क्षेत्र में अधिक गर्मी देखने को मिलती है। तथा जब शीतकाल आती है तो अधिक ठंडा देखने को मिलता है। इस स्तिथि में पाले ज्यादा पड़ते है इस क्षेत्र में । देवघर , दुमका और गोड्डा के पश्चिमी भाग में भी इसका प्रभाव देखने को मिलता है। इस क्षेत्र में औसत वार्षिक वर्षा 114-127 सेंटीमीटर होता है।

(2) मध्यवर्ती जलवायु क्षेत्र 

यह क्षेत्र उपमहाद्वीपीय में आता है, इस क्षेत्र में वर्षा 50- 60 सेंटीमीटर होती है। ग्रीष्म काल में तेज़ हवाओं के साथ-साथ आँधी तथा लू भी चलती रहती है। इनमें हजारीबाग , धनबाद तथा बोकारो जिला शामिल है। 

(3) पूर्वी संथाल परगना 

यह क्षेत्र डेल्टा प्रकार में आती है। इस क्षेत्र में औसत वर्षा 60 सेंटीमीटर से अधिक होती है, जिसके कारण इस क्षेत्र में आर्द्रता अधिक होती है। 

(4) पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र

यह सागर प्रभावित क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में औसत वर्षा 55 सेंटीमीटर से 60 सेंटीमीटर तक होती है। झारखण्ड में सबसे अधिक वर्षा इन्ही क्षेत्रों में होती है। इन जगहों में शीतकाल की अवधि कम होती है। स्वर्णरेखा घाटी , चाईबासा , पंचपरगना के समतल मैदानों में इसका विस्तार होता है।  

(5) दक्षिणी-पश्चिमी जलवायु  क्षेत्र

यह पहाड़ी क्षेत्र के अंतरगर्त आता है, जिसके कारण समुंद्री हवाओं का आगमन नहीं हो पाता है। इसी कारण इन क्षेत्रों में शुष्कता रहती है। और यह शुष्कता सघन वन क्षेत्रों के कारण गर्मी पैदा करती है।

(6)रांची और हजारीबाग पठार का जलवायु क्षेत्र

यह क्षेत्र 2000 फीट की ऊंचाई में है जिसके कारण गरम पश्चिमी मैदानी हवाएँ इन क्षेत्रों में नहीं आ पाती है। जिसके कारण इन क्षेत्रों में लू व आँधी नहीं चलती है। इन क्षेत्रों में गर्मी में तापमान अधिक रहता है और रातें अपेक्षाकृत ठंडी रहती है।

(7) पाट जलवायु क्षेत्र 

यह क्षेत्र काफी ऊंचाई में होने के साथ- साथ इन क्षेत्रों में वनों की सघनता अधिक होती है। जिसके कारण इन क्षेत्रों में वर्षा अधिक होती है। और मौसम सुखद रहता है। वर्षा अधिक होने से और काफी ऊंचाई में होने के कारण इन जगहों में ठण्ड में काफी होती है। इस क्षेत्र में बगड़ू, नेतरहाट आदि क्षेत्र आते है।

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Climate of jharkhand से महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

प्रश्न : झारखण्ड राज्य का सर्वाधिक गर्म स्थान है।
उत्तर :- जमशेदपुर (45°C) , धनबाद (44.5°C)

प्रश्न : झारखण्ड कितने जलवायु प्रदेशों में वर्गीकृत किया गया है।
उत्तर :- झारखण्ड  तीन जलवायु प्रदेशों में वर्गीकृत किया गया है।

प्रश्न : राज्य में डेल्टा प्रकार प्रकार की जलवायु का विस्तार किस जिलें में है?
उत्तर :- झारखण्ड राज्य में डेल्टा प्रकार प्रकार की जलवायु का विस्तार साहेबगंज तथा पाकुड़ में है।

प्रश्न : झारखण्ड का मासिक औसत तापमान क्या है?
उत्तर :- राज्य का मासिक औसत तापमान 30°C से 45°C तक है।

प्रश्न : झारखण्ड राज्य में किस पवन द्वारा वर्षा होती है?
उत्तर :- दक्षिण-पश्चिम मानसून पवनों द्वारा राज्य में वर्षा होती है।

प्रश्न : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के अनुसार झारखण्ड राज्य को तीन जलवायु प्रदेशों में वर्गीकृत किया गया है। निम्न में कौन एक इनमें नहीं है?

(1) दक्षिण पूर्वी पठार जलवायु प्रदेश 

(2) उत्तरी पठारी जलवायु प्रदेश

(3) पश्चमी पठार जलवायु प्रदेश

(4) मध्य उत्तर- पूर्वी पठार जलवायु प्रदेश

उत्तर :- उत्तरी पठारी जलवायु प्रदेश।

प्रश्न : झारखण्ड में कर्क रेखा कहाँ – कहाँ से होकर गुजरती है?
उत्तर :- झारखण्ड में कर्क रेखा नेतरहाट, किस्को, ओरमांझी, गोला, मुरहुलसुदी, गोपालपुर, पोखन्ना, गोसंइडीह, झलबरदा, पालकुदरी, से होकर गुजरती है।

प्रश्न : झारखण्ड की जलवायु (Climate of jharkhand) कैसी है?
उत्तर :- यहाँ की जलवायु उष्णकटिबंधीय है।

प्रश्न : राज्य का पूर्वी सिंहभूम एवं पश्चिमी सिंहभूम क्षेत्र किस जलवायु  प्रदेश के अंतर्गत आता है?
उत्तर :- दक्षिण पूर्वी पठारी जलवायु प्रदेश 

प्रश्न : झारखण्ड में सर्वाधिक वर्षा वाला जिला कौन सा है?
उत्तर :- हजारीबाग जिला राज्य में सर्वाधिक वर्षा वाला जिला है।

प्रश्न : झारखण्ड के राँची तथा हजारीबाग में किस प्रकार की जलवायुविक विशेषता पायी जाती है?
उत्तर :- तीव्र एवं सुखद प्रकार की जलवायुविक विशेषता पायी जाती है।

प्रश्न : राज्य में शीत वर्षा प्रकार की जलवायु संबंधित विशेषताएं किस क्षेत्र में पायी जाती है?

उत्तर :- झारखण्ड राज्य में ये विशेषताएं पाट क्षेत्र में पायी जाती है।

प्रश्न : झारखण्ड के किस क्षेत्र में सर्वाधिक वर्षा होती है?
उत्तर :- नेतरहाट का पठार झारखण्ड राज्य में सर्वाधिक औसत वर्षा प्राप्त करने वाला क्षेत्र है।

प्रश्न : झारखण्ड में मानसून कब लौटता है?
उत्तर :- राज्य में मानसून मध्य अक्टूबर में वापस लौटती है।

प्रश्न : जलवायु परिवर्तन पर झारखण्ड कार्य योजना किस वर्ष प्रकाशित हुई?
उत्तर :- जलवायु परिवर्तन पर झारखण्ड कार्य योजना वर्ष 2013 में प्रकाशित हुई।

प्रश्न : झारखण्ड में सर्वाधिक वर्षा किस मानसून से होती है।
उत्तर :- झारखण्ड में सर्वाधिक वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून से लगभग 82% वर्षा होती है।

प्रश्न : राज्य में कौन-सा जिला सूखा की दृष्टि से सर्वाधिक संवेदनशील जिला है?
उत्तर :- झारखण्ड राज्य में सूखा की दृष्टि से पलामू जिला सर्वाधिक संवेदनशील है।

प्रश्न : झारखण्ड की औसत वार्षिक वर्षा कितनी है?
उत्तर :- राज्य की औसत वार्षिक वर्षा 140 सेंटीमीटर है।

प्रश्न : जलवायु परिवर्तन से झारखण्ड का सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र कौन है?
उत्तर :- जलवायु परिवर्तन से झारखण्ड का उत्तर पश्चिम भाग सर्वाधिक प्रभावित रहा है।

प्रश्न : झारखण्ड के जलवायु(Climate of jharkhand) प्रदेश में महाद्वीपीय प्रकार से प्रभावित क्षेत्र कहां तक है?
उत्तर :- झारखण्ड के जलवायु प्रदेश में महाद्वीपीय प्रकार से प्रभावित क्षेत्र उत्तरी तथा उत्तरी पश्चिम क्षेत्र तक है।

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