Vaishvikaran aur Bhartiya Arthvyavastha: वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ग 10 अध्याय 4। इस पाठ को कक्षा 10 के अर्थशास्त्र के पुस्तक से ली गई है। कक्षा 10 के वार्षिक परीक्षा के लिए जितने भी संभावित महत्वपूर्ण प्रश्न है सभी का समाधान किया गया है। प्रश्नों को झारखंड अधिविध परिषद रांची द्वारा संचालित पाठ्यक्रम के आधार पर तैयार किया गया है। तथा यह प्रार्थना एनo सीo ईo आर oटी पुस्तक के प्रश्नों पर आधारित है।
सभी प्रश्न नए पाठ्यक्रम पर आधारित है। यदि आपको इससे संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए या फिर कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो संदेश बॉक्स में जाकर अपना संदेश लिख सकते हैं। हम जल्दी आपके प्रश्नों के उत्तर को देने का प्रयत्न करेंगे। प्रश्नों का सिलसिला शुरू करते हैं:
वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ।
बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ: यह वह कम्पनियाँ है जिनका एक से अधिक देशों में उत्पादन के उद्योग लगे होते हैं तथा यह विश्व के विभिन्न देशों पर अपना व्यापार कर रहे होते हैं।
वैश्वीकरण: इसका अर्थ होता है एक देश की अर्थव्यवस्था को शेष विश्व की अर्थव्यवस्था से जोड़ना।
उदारीकरण: इसका अर्थ होता है सरकार द्वारा अवरोधों को दूर करना या प्रतिबंधों को हटाना।
निवेश: उत्पादन के लिए परिसंपत्तियों जैसे भूमि, भवन, मशीन और अन्य उपकरणों की खरीद में व्यय की गई मुद्रा को निवेश कहते हैं।
विदेशी निवेश: बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किए गए निवेश को विदेशी निवेश कहते हैं।
मुक्त व्यापार: जब दो देशों के बीजों का व्यापार बिना किसी प्रतिबंध के होते हैं तो इसे मुक्त व्यापार कहते हैं।
निजीकरण: यह वह प्रक्रिया है जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनियों को चरणबंध तरीके से निजी क्षेत्रों में बेचे जाते हैं।
WTO: इसका विस्तारित रूप है विश्व व्यापार संगठन (World Tread Organization).
विश्व बैंक: यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्था जो अपने सदस्य देशों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराती है।
लचीलापन: कानून में सरकार द्वारा ढील जो उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए दी जाती है उसे लचीलापन कहते हैं।
Economics Class 10 Chapter 4 important Questions Answers: Vaishvikaran aur Bhartiya Arthvyavastha: वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ग 10 अध्याय 4.
प्रश्न: एक कंपनी जो एक से अधिक देशों में अपने उत्पादन पर नियंत्रण अथवा स्वामित्व रखती है, क्या कहलाता है?
उत्तर: बहुराष्ट्रीय कंपनी।
प्रश्न: भूमि, भवन, मशीन और अन्य उपकरणों की खरीद में किया गया व्यय क्या कहलाता है?
उत्तर: निवेश।
प्रश्न: भारत में नई आर्थिक नीति कब लागू हुई?
उत्तर: 1991 में।
प्रश्न: भारतीय अर्थव्यवस्था कैसी अर्थव्यवस्था है?
उत्तर: मिश्रित।
प्रश्न: विदेशी व्यापार किन के बीच होता है?
उत्तर: दो या दो से अधिक देखों के बिच।
प्रश्न: किसी भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी का उदाहरण दीजिए?
उत्तर: टाटा मोटर्स।
प्रश्न: अमेरिकी कंपनी फोर्ड मोटर भारत कब आए?
उत्तर: 1995 में।
प्रश्न: किस क्षेत्र को वैश्वीकरण से सबसे कम लाभ हुआ?
उत्तर: कृषि क्षेत्र को।
प्रश्न: बहुराष्ट्रीय कंपनियां विदेशों में निवेश क्यों करती है
उत्तर: अधिक लाभ के लिए।
प्रश्न: वैश्वीकरण के द्वारा लोगों को आपस में जोड़ने का क्या परिणाम होगा?
उत्तर: उत्पादकों में पहले से अधिक प्रतियोगिता में वृद्धि हुयी है।
वैश्वीकरण दीर्घ उत्तरीय प्रश्न कक्षा 10 अर्थशास्त्र।
प्रश्न: बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ किस प्रकार उत्पादन पर नियंत्रण रखती है?
उत्तर: बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ उत्पादन पर नियंत्रण करने के लिए निम्नलिखित क्रियाएँ अपनाती है:
- संयुक्त उपक्रम विधि।
- स्थानीय कंपनियों को खरीदना।
- छोटे उत्पादकों से माल खरीदना।
- अपने ब्रांड का इस्तेमाल करना।
प्रश्न: वैश्वीकरण से क्या समझते हैं?
उत्तर: जब किसी देश की सरकार अपने देश के कंपनियों को विश्व के शेष देशों में निवेश करने तथा देशों के विभिन्न कंपनियों को अपने देशों में निवेश करने की अनुमति देता तब इसे वैश्वीकरण के आते हैं। अर्थात एक देश की अर्थव्यवस्था को विश्व के बाकी देशों की अर्थव्यवस्था से जोड़ना वैश्वीकरण का कहलाता है।
प्रश्न: किन कारणों से भारत में आर्थिक सुधार की आवश्यकता पड़ी?
उत्तर: भारत को अपने आर्थिक नीतियों में सुधार करने की आवश्यकता पड़ी जिसके लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदाई है:
- राजकोषीय घाटे में वृद्धि।
- प्रतिकूल भुगतान संतुलन में वृद्धि।
- विदेशी मुद्रा भंडार में कमी।
- कीमतों में वृद्धि।
- सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों का कार्य संतोषजनक ना होना।
- भारतीय कंपनियों को प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना।
प्रश्न:वैश्वीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने में प्रौद्योगिकी की भूमिका समझाएं।
उत्तर: वैश्वीकरण के बढ़ावा में प्रौद्योगिकी के सुधार नेअहम भूमिका निभाई है जो कि निम्नलिखित:
- परिवहन तकनीक में कई सुधारों से दूर-दूर स्थानों पर कम लागत पर वस्तुओं को भेजना संभव बनाया है।
- सूचना प्रौद्योगिकी में सुधार से विभिन्न देश आपस में जुड़ कर तुरंत सूचना प्राप्त कर लेते हैं।
- इंटरनेट टेक्नोलॉजी से व्यापार में गति आ रही है।
Vaishvikaran aur Bhartiya Arthvyavastha Class 10 Economics.
प्रश्न: वैश्वीकरण के कारण प्रतिस्पर्धा के कुप्रभाव का उल्लेख करें।
उत्तर: निःसंदेह वैश्वीकरण ने देश के विकास में एक अहम भूमिका निभाई है लेकिन इसके अलावा वैश्वीकरण के कुछ कुप्रभाव भी पढ़े हैं जो कि निम्नलिखित है:
- प्रतिस्पर्धा के कारण छोटे उद्योगों जैसे बैटरी, प्लास्टिक, खिलौने, टायरों आदि के उत्पादकों पर बुरा प्रभाव पड़ा। फल स्वरुप काफी इकाइयां बंद हो गई।
- श्रमिकों की बेरोजगारी में वृद्धि हुई।
- इन्हें अस्थाई आधार पर नियुक्त किया गया।
- मजदूरों को आरक्षण और लाभ नहीं मिल रहा तथा अधिक घंटो तक काम करना आम बात हो गई।
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Aapne bahut ache se Vaishvikaran aur Bhartiya KO samjhaya hai
Good job