Waterfalls in jharkhand –
जलप्रपात परिभाषा (Waterfall Definition in Hindi) :- जलप्रपात उसे कहा जाता है, जब पहाड़ों और चट्टानों से नदी का पानी ऊँची जगह से नीचे गिरता है, उसे हम जलप्रपात(Waterfall) कहते है। और अगर पहाड़ों और चट्टानों से गिरने वाली पानी बहुत बड़ी धारा के रूप में काफी ऊँची-ऊँची चट्टानों से गिरता है, तो हम उसे महाजलप्रपात कहते है।
झारखण्ड के प्रमुख जलप्रपात (Famous Waterfalls in Jharkhand)
1 . दशम जलप्रपात (Dassam Falls)
दशम जलप्रपात तैमारा घाटी में काँची नदी पर स्थित है। इस जलप्रपात का निर्माण जब काँची नदी अपने उद्गम स्थल राँची जिले के तमाड़ इलाके से निकलती हुए पहाड़ों और चट्टानों से होकर सिल्ली होते हुए मुरी से होकर जब ये अपने मुहाना की ओर स्वर्णरेखा नदी के तरफ बढ़ती है, तो स्वर्णरेखा नदी में मिलने से पूर्व काँची नदी एक जलप्रपात का निर्माण करती है जिसे हम दशम जलप्रपात के नाम से जानते है। जिसकी ऊँचाई लगभग 144 फिट है। जब इस जलप्रपात की धाराएं 144 फीट की ऊँचाई से नीचे गहराई में गिरने के बाद दस भागों में बट जाती है। इसी कारण इस जलप्रपात का नाम दशम जलप्रपात पड़ा ।
- यह जलप्रपात राँची जिले में स्थित है।
- दशम जलप्रपात राँची से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है।
- यह जलप्रपात राँची- जमशेदपुर मार्ग पर तैमारा गांव बुंडू पुलिस स्टेशन के पास स्थित है।
2 . जोन्हा जलप्रपात(गौतम धारा जलप्रपात)
यह जलप्रपात राढू नदी पर स्थित है। राढू नदी, स्वर्णरेखा नदी की सहायक नदी है। जब या नदी पहाड़ों से होती हुए अपने मुहाना की ओर चट्टानों से गिरती हुए आगे बढ़ती है। तब यह स्वर्णरेखा नदी में मिलने से पूर्व एक जलप्रपात का निर्माण करती है। यह जलप्रपात जोन्हा गांव के निकट होने के कारण इस जलप्रपात का नाम जोन्हा जलप्रपात पड़ा। इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 150 फीट है। जोन्हा जलप्रपात को गौतम धारा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहाँ गौतम बुद्ध को समर्पित एक आस-पास में मंदिर भी है।
जोन्हा जलप्रपात(Jonha Falls) कैसे जाएँ?
- यह जलप्रपात राँची जिले में ही स्थित है।
- जोन्हा जलप्रपात राँची से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर है।
- यह जलप्रपात राँची- पुरुलिया मार्ग पर जोन्हा नामक गांव में स्थित है।
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3 . हुंडरू जलप्रपात (Hundru Falls)
जब स्वर्णरेखा नदी राँची की नगड़ी गांव से निकलती है, तो यह नदी चट्टानों और पठारी भागों से होकर गुजरने से यह एक जलप्रपात का निर्माण करती है। जिसे हम हुंडरू जलप्रपात के नाम से जानते है। इस जलप्रपात की ऊँचाई 320 फीट यानि 98 मीटर है। यह जलप्रपात झारखण्ड का दूसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात है और भारत का 34 वां सबसे ऊँचा जलप्रपात है। यह जलप्रपात झारखण्ड के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
हुंडरू जलप्रपात कैसे जाएँ ?
- यह जलप्रपात झारखण्ड राज्य का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों है, जो की राँची जिले में है।
- हुंडरू जलप्रपात राँची से करीब 42 किलोमीटर की दुरी पर स्वर्णरेखा नदी के किनारे स्थित है।
- यह सुन्दर जलप्रपात राँची-पुरुलिया रोड में अनगड़ा प्रखंड में स्थित है।
4 . उसरी जलप्रपात(Usri Falls)
यह जलप्रपात उसरी नदी की धाराओं से बनी है। उसरी नदी जो की बराकर नदी की सहायक नदी है। यह नदी घने जंगलो से होती हुए ऊँची चट्टानों से होकर खड़ी घाटी से नीचे गिरती है। और यह एक जलप्रपात का निर्माण करती है। यह जलप्रपात अन्य जलप्रपातों की तुलना में काफी छोटा है। उसरी जलप्रपात तीन अलग धाराओं में कुल 12 मीटर की घनी जंगलों से घिरा हुआ है। यह जलप्रपात घनी जंगलों में घिरे होने के कारण यहाँ का दृश्य मनोहर एवं रोमांचकारी प्रतीत होता है।
उसरी जलप्रपात कैसे जाएँ ?
- यह जलप्रपात गिरिडीह जिले में स्थित है।
- गिरिडीह जिला राँची से 191 किलोमीटर की दुरी पर है।
- उसरी जलप्रपात गिरिडीह- टुंडी मार्ग पर शहर से 13 किलोमीटर के दुरी पर पूर्व में स्थित है।
5 . सदनी जलप्रपात(Sadni Falls)
शंख नदी जब गुमला जिले के चैनपुर से निकलती है, तो यह नदी सँकरी एवं गहरी खाई से होते हुई चट्टानों से गुजरकर सदनीघाघ जलप्रपात का निर्माण करती है। जिसकी ऊँचाई 200 फ़ीट है। इस जलप्रपात का आकार एक सर्प रूप का है, जो बड़ा ही देखने में मोहक है।
सदनी जलप्रपात कैसे जाएँ ?
- यह जलप्रपात गुमला जिले में स्थित है।
- सदनी जलप्रपात घाघरा- नेतरहाट रोड में स्थित है।
- नेतरहाट से सदनी जलप्रपात की दुरी 28 किलोमीटर है।
- राँची से गुमला की दुरी बस से 93 किलोमीटर है, और घाघरा- नेतरहाट मार्ग की दुरी गुमला से 27.4 किलोमीटर है।
- ट्रैन से राँची से लोहरदगा की दुरी 67 किलोमीटर है, और घाघरा- नेतरहाट मार्ग की दुरी लोहरदगा रेलवे स्टेशन से बस में 26.9 किलोमीटर है।
- सदनी जलप्रपात घाघरा- नेतरहाट रोड में राजाडेरा गांव से 3 किलोमीटर की दुरी पर है।
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6 . बूढ़ा घाघ जलप्रपात(Budha Ghagh Falls)
झारखण्ड का सबसे बड़ा जलप्रपात बूढ़ा घाघ जलप्रपात है, जिसे लोध जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। यह जलप्रपात महुआ डाँड़ में उत्तरी कोयल नदी में स्थित है। यहाँ का झरना नीले पहाड़ियों और हरे भरे जंगलों से घिरा हुआ है। सितम्बर- अक्टूबर में यह जलप्रपात और इसके आस-पास का दृश्य बड़ा ही मनोहर और खूबसूरत हो जाता है। बूढ़ा घाघ जलप्रपात की ऊँचाई 143 मीटर( 469 फ़ीट) है। यह जलप्रपात भारत का 21 वां सबसे ऊँचा जलप्रपात है। लोध जलप्रपात झारखण्ड की “छोटानागपुर की रानी” नेतरहाट के निकट स्थित है।
बूढ़ा घाघ जलप्रपात कैसे जाएँ
- यह जलप्रपात लातेहार जिले के महुआ डाँड़ के नजदीक में स्थित है।
- बूढ़ा घाघ जलप्रपात घाघरा- नेतरहाट रोड से जाते हुए भुसार घाघरा रोड में स्थित है।
- ट्रैन से राँची से लोहरदगा की दुरी 67 किलोमीटर है।
- घाघरा- नेतरहाट मार्ग की दुरी लोहरदगा रेलवे स्टेशन से बस में 26.9 किलोमीटर है, तथा घाघरा से बूढ़ा घाघ जलप्रपात की दुरी 99 किलोमीटर है।
- आप अगर पहले छोटानागपुर की रानी नेतरहाट घूमने जाते है, तो नेतरहाट से बूढ़ा घाघ जलप्रपात की दुरी 61 किलोमीटर है।
7 . अपर घाघरी व लोअर घाघरी जलप्रपात
अपर घाघरी जलप्रपात और लोअर घाघरी जलप्रपात लातेहार जिले के नेतरहाट पठार पर घाघरी नदी पर स्थित है। यह दोनों जलप्रपात नेतरहाट से बहुत कम दूरी पर लोकप्रिय पिकनिक स्थल है।
- यह जलप्रपात लातेहार जिले में स्थित है।
- नेतरहाट विधालय से अपर घाघरी जलप्रपात 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- लोअर घाघरी जलप्रपात नेतरहाट विधालय से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
8 . हिरणी जलप्रपात(Hirni Water Falls)
यह जलप्रपात पश्चिमी सिंहभूम जिले में खूंटी- चाईबासा मार्ग पर बंदगांव प्रखंड के मामला गांव में स्थित है। हिरणी जलप्रपात सारंडा जंगल जो की बहुत विशाल जंगल है। यह जलप्रपात इसी जंगल में स्थित है। यह जंगल झारखण्ड,ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ तक फैला है। हिरणी जलप्रपात चरों ओर वनों से घिरा हुआ है। इस जलप्रपात की ऊँचाई 37 मीटर (121 फ़ीट) है। यह देखने में बहुत ही सुन्दर तथा मनोहर लगता है।
हिरणी जलप्रपात कैसे जाएँ
- यह जलप्रपात पश्चिमी सिंहभूम जिले में स्थित है।
- यह जलप्रपात राँची से 71 किलोमीटर की दुरी पर चाईबासा- राँची हाईवे से जाते हुए दक्षिण दिशा की ओर स्थित है।
- खूंटी से यह जलप्रपात 37 किलोमीटर दुरी पर दक्षिण दिशा की ओर स्थित है।
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9 . मोतीझरा जलप्रपात
यह जलप्रपात राजमहल क्षेत्र में अजय नदी पर स्थित है। इस जलप्रपात की ऊँचाई 46 मीटर(150 फ़ीट) है। इस जलप्रपात को मोती झरना जलप्रपात भी कहते है।
मोतीझरा जलप्रपात कैसे जाएँ
- मोती झरना जलप्रपात साहेबगंज जिले में स्थित है।
- राँची रेलवे स्टेशन से साहेबगंज जिला रेलवे स्टेशन की दुरी 422 किलोमीटर है।
- यह जलप्रपात साहेबगंज रेलवे स्टेशन से 16 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।
10 . रजरप्पा जलप्रपात(Rajrappa Waterfalls)
जब दामोदर नदी लातेहार से निकलते हुए जाती है, तो यह रजरप्पा से गुजरती हुए भेड़ा नदी से मिलती है। रजरप्पा जलप्रपात दामोदर नदी और भेड़ा नदी के संगम पर स्थित है। इस जलप्रपात की ऊँचाई 9.1 मीटर(30 फ़ीट) है।
रजरप्पा जलप्रपात कैसे जाएँ
- यह जलप्रपात रामगढ़ जिले में स्थित है।
- राँची से रामगढ़ जिले की दुरी 42 किलोमीटर है।
- रजरप्पा जलप्रपात रामगढ़ जिले से 25 किलोमीटर की दुरी पर पूर्व में स्थित है।
11 . सीता जलप्रपात(Sita Waterfalls)
यह जलप्रपात राँची- पुरुलिया मार्ग पर राढू नदी पर स्थित है। राढू नदी स्वर्णरेखा नदी की एक उपनदी है। सीता जलप्रपात के बारे में हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है। जब भगवान राम जी को 14 वर्ष का वनवास हुए था। उस वनवास के दौरान भगवान राम, सीता, और लक्ष्मण इस जलप्रपात पर कुछ दिन यहाँ ठहरे थे। इस झरने के पास ही सीता माता का मंदिर है। सीता जलप्रपात की ऊँचाई 144 फ़ीट है।
सीता जलप्रपात कैसे जाएँ
- यह जलप्रपात राँची जिले में स्थित है।
- यह जलप्रपात राँची- पुरुलिया मार्ग पर राँची से लगभग 38 किलोमीटर की दुरी पर कोनयार डीह नामक गांव में स्थित है।
12 . घघारी जलप्रपात(Ghaghari Waterfalls)
यह जलप्रपात राँची जिले के लापुंग प्रखंड में जमुनी नदी पर स्थित है। इस जलप्रपात की ऊँचाई 130 फ़ीट है। इसी जलप्रपात के किनारे में घघारी बाबा धाम है। मकर संक्राति के अवसर पर एक प्रसिद्ध मेला का आयोजन किया जाता है।
घघारी जलप्रपात कैसे जाएँ
- यह जलप्रपात राँची जिले में स्थित है।
- घघारी जलप्रपात राँची रेलवे स्टेशन से 45 किलोमीटर की दुरी पर देवगाँव नामक स्थान पर स्थित है।
13 . पंचघाघ जलप्रपात(Panchghagh Waterfalls)
यह जलप्रपात पांच धाराओं के संयोजन से बना है। यह जलप्रपात बनाई नामक नदी पर स्थित है। इस जलप्रपात की ऊँचाई ज्यादा ऊँचा नहीं है। फिर भी यहाँ का दृश्य बहुत दिसंबर से फ़रवरी माह में अत्यंत मनोहर होता है।
पंचघाघ जलप्रपात कैसे जाएँ ?
- यह जलप्रपात खूंटी जिले में स्थित है।
- पंचघाघ जलप्रपात चाईबासा मार्ग पर खूँटी से लगभग 14 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।
14 . सतबहिनी जलप्रपात(Satbahini Waterfalls)
यह जलप्रपात सतबहिनी नदी के ऊपर पहाड़ी से गिरने के कारण बना है। इस जलप्रपात की ऊँचाई ज्यादा नहीं है, फिर भी यह देखने में बहुत ही मनोहर प्रतीत होता है।
सतबहिनी जलप्रपात कैसे जाएँ ?
- यह जलप्रपात गढ़वा जिले में स्थित है।
- सतबहिनी जलप्रपात गढ़वा जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दुरी पर गढ़वा कांडी वाले मार्ग पर स्थित है।
15 . सुखलदरी जलप्रपात(Sukhaldari Water Fall)
यह जलप्रपात नगर उंटारी में कन्हर नदी पर स्थित है। इसकी जलधारा लगभग 100 फीट की ऊँचाई से गिरती हुए बहुत ही सुन्दर दृश्य उपस्थित करती है।
सुखलदरी जलप्रपात कैसे जाएँ ?
- यह जलप्रपात गढ़वा जिले में स्थित है।
- यह जलप्रपात नगर उंटारी से लगभग 35 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है।
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Waterfalls in Jharkhand Summary
जलप्रपात | किस नदी में स्थित है | किस जिले में स्थित है | विशेषताएं |
दशम जलप्रपात | काँची नदी | राँची | ऊँचाई = 144 फीट |
जोन्हा जलप्रपात | राढू नदी | राँची | ऊँचाई = 150 फीट |
हुंडरू जलप्रपात | स्वर्णरेखा नदी | राँची | ऊँचाई = 320 फीट |
उसरी जलप्रपात | उसरी नदी | गिरिडीह | |
सदनी जलप्रपात | शंख नदी | गुमला | ऊँचाई = 200 फीट |
बूढ़ा घाघ जलप्रपात | उत्तरी कोयल | लातेहार | ऊँचाई = 469 फीट |
अपर घाघरी व लोअर घाघरी जलप्रपात | घाघरी नदी | लातेहार | |
हिरणी जलप्रपात | पश्चिमी सिंहभूम | ऊँचाई = 121 फ़ीट | |
मोतीझरा जलप्रपात | अजय नदी | साहेबगंज | ऊँचाई = 150 फ़ीट |
रजरप्पा जलप्रपात | दामोदर नदी | रामगढ़ | ऊँचाई = 30 फ़ीट |
सीता जलप्रपात | राढू नदी | राँची | ऊँचाई = 144 फ़ीट |
घघारी जलप्रपात | जमुनी नदी | राँची | ऊँचाई = 130 फ़ीट |
पंचघाघ जलप्रपात | बनाई नदी | खूंटी | |
सतबहिनी जलप्रपात | सतबहिनी नदी | गढ़वा | |
सुखलदरी जलप्रपात | कन्हर नदी | गढ़वा | ऊँचाई = 100 फ़ीट |
प्रश्न : नागफेनी जलप्रपात किस जिले में स्थित है?
उत्तर : नागफेनी जलप्रपात गुमला जिले में स्थित है।
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